कामधेनु एप डेयरी प्रबंधन का आधुनिक रूप है। यह वेब (app.kamdhenudairies.com) व एंड्रॉयड दोनो रूप में विकसित किया गया है। एंड्रॉयड में इसके ३ संस्करण Google Play Store में डाउनलोड के लिए उपलब्ध हैं - Kamdhenu (डेयरी मालिक/सुपरवाइजर के लिए), Kamdhenu Milk (डेयरी कर्मचारियों के लिए) एवं Kamdhenu+ (ग्राहकों के लिए)। यह हिन्दी व English दोनों में विकसित किया गया है। कामधेनु एप को लगातार विकसित करके नई विशेषताएं जोड़ी जा रही हैं।
इस एप के माध्यम से डेयरी मालिक/सुपरवाइजर अपने डेयरी संबंधित निम्नलिखित चीजों का प्रबंधन कर सकता है –
इस एप के माध्यम से डेयरी कर्मचारी अपने पदानुसार बहुत ही आसानी से प्रतिदिन का दूध संग्रह या उत्पाद वितरण या दोनों की प्रविष्टि कर सकते हैं।
इस एप के माध्यम से ग्राहक निम्नलिखित चीजों का आसानी से प्रबंधन कर सकता है –
कामधेनु एप डेयरी प्रबंधन का आधुनिक रूप है। यह वेब (app.kamdhenudairies.com) व एंड्रॉयड दोनो रूप में विकसित किया गया है। एंड्रॉयड में इसके ३ संस्करण Google Play Store में डाउनलोड के लिए उपलब्ध हैं - Kamdhenu (डेयरी मालिक/सुपरवाइजर के लिए), Kamdhenu Milk (डेयरी कर्मचारियों के लिए) एवं Kamdhenu+ (ग्राहकों के लिए)। कामधेनु एप को लगातार विकसित करके नई विशेषताएं जोड़ी जा रही हैं। वर्तमान में एप में निम्नलिखित विशेषताएं हैं –
जागरण संवाददाता आगरा: दूध में पनपने वाले बैक्टीरिया को पनपने से पहले ही नष्ट कर दिया जाएगा। घरों तक उच्च गुणवत्ता का दूध पहुंचेगा ऐसी शुरुआत कामधेनु डेयरी संचालकों के समूह ने कर दी है। फतेहपुर सीकरी में ऐसा एक चिलर प्लांट भी चल रहा है सोमवार को यूथ हॉस्टल में आयोजित गोष्ठी में डेयरी संचालकों ने भाग लिया। वर्तमान में प्लांट का संचालन कर रहे सीकरी के कामधेनु फार्मर वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष देवेश शुक्ला ने बताया कि कम लागत का प्लांट तैयार होगा जिसमें दूध की 33 डिग्री सेंटीग्रेड से 1 मिनट के अंदर 2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा दिया जाएगा। इससे उसमें अंदर मौजूद बैक्टीरिया कोई फंक्शन नहीं कर पाएगा इस से दूध की पोषकता बनी रहेगी। उन्होंने बताया कि वह अपनी डेरी का लगभग 300 लीटर दूध बाजार में उपलब्ध करा रहे हैं। श्री शुक्ला ने किसानों को इस प्लांट को लगाने का सुझाव दिया है। कार्यक्रम का संचालन विशेष यादव ने किया। जिला विकास प्रबंधक कुमार सिंह यादव, लाल सिंह चौहान, गजेंद्र कुलश्रेष्ठ, चंद्रपाल सिंह आदि मौजूद थे।
कार्य प्रगति पर है
कामधेनु लाभार्थी एक नजर में
कामधेनु (100 मवेशी) – 300 योजनायें
मिनी कामधेनु ( 50 मवेशी) – 1500 योजनायें
माइक्रो कामधेनु ( 25 मवेशी) – 2500 योजनायें
कार्य प्रगति पर है
कार्य प्रगति पर है